Madhu's world: एक गीत "मारीशस माँ तेरी जय" l

1/10/2011

एक गीत "मारीशस माँ तेरी जय"

मारीशस माँ तेरी जय ..तेरी जय हो , जननी ,जन्मभूमि माँ तेरी जय तेरी जय हो
पूर्वजों का संकल्प पूरा हुआ ईश , घर घर में मंगल ध्वनी और उमंग हो
मारीशस माँ तेरी जय .......................................................................................
नीला है अम्बर नीला है सागर , सागर तले ये चौरंगा उजागर
सारे जहाँ में बस इस का नमन हो मारीशस माँ तेरी जय तेरी जय हो
मारीशस माँ तेरी जय ..................................................................................
सागर किनारे ज्यों सोना है बिखरा ,चंदा है चांदी की थाली सा पसरा ,
देवता भी तरसें कैसे यहाँ जन्म हो ,मारीशस माँ तेरी जय तेरी जय हो ,
मारीशस माँ तेरी जय .............................................................................
पूर्वजों के संकल्प ने दिन ये दिखाया ,भारत से बाहर लघु भारत बसाया ,
पूर्वजो हमारे ! तुम्हारी भी जय हो ,मारीशस माँ तेरी जय तेरी जय हो
मारीशस माँ तेरी जय ........................................................................
तोड़े थे तुमने पत्थर वो बन गए हैं हीरे , उन्ही हीरों से आज हमने देश सजाया ,
इन हीरों में चाँद और सूरज की चमक हो , मारीशस माँ तेरी जय तेरी जय हो
मारीशस माँ तेरी जय.....................................................................
शिवसागर रामगुलाम जो पिता था हमारा ,बन गया है आकाश का वो ध्रुव तारा ,
और स्वर्ग से जैसे बरसाता वो आशीर्वाद हो , मारीशस माँ तेरी जय तेरी जय हो
मारीशस माँ तेरी जय .............................................................................
मारीशस माँ तेरी जय ..तेरी जय हो , जननी ,जन्मभूमि माँ तेरी जय तेरी जय हो
पूर्वजों का संकल्प पूरा हुआ ईश , घर घर में मंगल ध्वनी और उमंग हो

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home